आयुष छात्रों का आंदोलन जारी

निजी आयुष कॉलेज संचालकों की मनमानी के खिलाफ आयुष छात्रों में अपने तेवर और तलक कर लिए हैं एक के बाद एक छात्र अनशन पर बैठ कर सरकार और कालेज संचालकों पर दबाव बना रहे हैं कोर्ट से फीस वृद्धि वापस लिए जाने के आदेशों को ना मानने के खिलाफ पिछले कई माह से आयुष छात्र धरने पर बैठे हैं। छात्रों का कहना है कि जब तक फीस वृद्धि वापस नहीं ली जाएगी तब तक हमारा आंदोलन निरंतर चलता रहेगा धरना और अनशन कर रहे छात्रों ने सरकार तथा निजी कॉलेज संचालकों से कहा है की वह शुल्क वृद्धि पर अपना स्थिति स्पष्ट करें। धरने पर बैठे छात्रों ने कहा है कि निजी कालेज बेलगाम हो चुके हैं 80 हजार फीस की जगह ढाई लाख तक की फीस के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद दबाव बनाया जा रहा है ऐसा ना करने पर छात्रों को कक्षा में बैठने व पूरक परीक्षा में शामिल होने तक से रोका जा रहा है निजी कॉलेज यह तर्क दे रहे हैं कि मामला कोर्ट में है परंतु कोर्ट के आदेश की खुद अवहेलना की जा रही है। ऐसे में कोर्ट में पुनर्विचार याचिका का हवाला देकर निजी कालेज संचालक छात्रों से बढ़ी हुई फीस वसूली का दबाव बना रहे हैं। छात्रों ने कहां है कि जब तक कोर्ट द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जाता तब तक पूर्व निर्धारित फीस पर ही आयुष छात्र कॉलेजों में लौटेंगे।