रुडकी। गन्ना लदे वाहनों के कारण कस्बे में सुबह छह बजे ही जाम लग गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मुश्किल से पांच घंटे बाद जाम खुलवाकर यातायात सुचारु कराया। जाम से नाराज व्यापार मंडल ने मिल प्रबंधन पर दुकानदारों का रोजगार प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।लक्सर में चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू होने के बाद से आए दिन जाम लग रहा है। पिछले हफ्ते भी एसडीएम, सीओ ने चीनी मिल पदाधिकारियों की बैठक लेकर जाम की समस्या को हल करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद मंगलवार सुबह ही गन्ने से लदे कई वाहन लक्सर हरिद्वार हाईवे पर स्थित चीनी मिल के गेट पर फंस गए। इसके चलते हाईवे पर दोनों तरफ गन्ने के सैकड़ों वाहनों की लंबी लाइन लग गई। इसके बाद दोनों तरफ जाम लग गया। जाम की सूचना मिलने पर कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र सिंह नेगी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा वाहनों को व्यवस्थित करा कर जाम खोलने में लग गए। करीब 5 घंटे बाद 11 बजे पुलिस ने जाम खुलवा कर यातायात सुचारु किया जा सका। उधर, कस्बे में रोज लग रहे जाम पर व्यापार मंडल ने आक्रोश जताया है। लक्सर नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने जाम को लेकर पुलिस व प्रशासन के रवैए पर नाराजगी जताई। कहा कि मिल परिसर में पर्याप्त जगह होने के बावजूद मिल प्रबंधन मेन गेट पर गन्ने के वाहनों को रोक देता है। जिस कारण कस्बे में पूरे पूरे दिन जाम की समस्या बनी रहती है। इससे व्यापारियों का रोजगार प्रभावित हो रहा है। कहा कि पुलिस और प्रशासन भी इस पर प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। मिल के तौल केंद्रों से पांच-पांच सौ कुंतल गन्ना लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़क पर चल रहे हैं, जिनसे दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने चेतावनी दी एक सप्ताह के भीतर जाम की समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया गया तो व्यापारी अपनी दुकानें बंद कर मिल गेट पर आंदोलन शुरू करने को मजबूर होंगे। उधर, एसडीएम पूरन सिंह राणा का कहना है जाम की समस्या का निदान पूर्व में किया जा चुका है। रात को मिल में तकनीकी खराबी आने से गन्ने का तोल प्रभावित हुआ था। इसी वजह से दिन में हल्का जाम लगा है।